चिड़िया बन उड़ जाऊँगी, गाय की तरह किसी खूटे से बँध जाऊँगी, आले में गुड़िया, आँगन में बीर को छो चिड़िया बन उड़ जाऊँगी, गाय की तरह किसी खूटे से बँध जाऊँगी, आले में गुड़िया, आ...
मैंने दिल के हर कोने में सिर्फ़ उसका नाम लिखा है, मैंने दिल के हर कोने में सिर्फ़ उसका नाम लिखा है,
मन में कोई बात न रखना भले बसे हो दूर देश पर बहना के दिल में रहना। मन में कोई बात न रखना भले बसे हो दूर देश पर बहना के दिल में रहना।
फागुन के रंग में रंग जाओ, इस बरस तुम आओ मेरे अँगना। फागुन के रंग में रंग जाओ, इस बरस तुम आओ मेरे अँगना।
जब से छोड़ा शरीर ने साथ निभाना मेरा सांवरा सैंया बनाए प्यार से खाना, जब से छोड़ा शरीर ने साथ निभाना मेरा सांवरा सैंया बनाए प्यार से खाना,